अहंकार में आदमी फूल सकता है, फल नहीं सकता। Premchand
अहंकार के समूल नाश से तृष्णाओं, का अंत होता है। Lord Buddha
प्रेम तब खुश होता है, जब वो कुछ दे पाता है, अहंकार तब खुश होता है, जब वो कुछ ले पाता है | OSHO